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Pakistan Army Chief: पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल मुनिर ने टीटीपी को दी खुली धमकी, कहा- “उन्हें कुचल देंगे”

Pakistan Army Chief: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर ने 13 जनवरी को पेशावर का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को खुली धमकी दी। जनरल मुनीर ने कहा, “देश में शांति को भंग करने की कोई भी कोशिश को बल के साथ कुचला जाएगा।” इस बयान में पाकिस्तान की सेना की दृढ़ता को स्पष्ट रूप से देखा गया, जबकि टीटीपी ने पाकिस्तान सेना को भारी नुकसान पहुंचाया है और बड़ी संख्या में सैनिकों की जान ली है।

पाकिस्तानी सेना के लिए टीटीपी का खतरा

टीटीपी ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में अपनी ताकत तेजी से बढ़ाई है और पाकिस्तान सेना के लिए यह एक गंभीर चुनौती बन गई है। टीटीपी के हमलों में पाकिस्तानी सैनिकों की मौतें बढ़ी हैं और इससे सुरक्षा स्थिति और बिगड़ी है। इस बढ़ते आतंकवादी खतरे के बावजूद, पाकिस्तान सेना ने यह स्पष्ट किया है कि वह इस चुनौती का डटकर मुकाबला करेगी।

“दुश्मन चाहे जितना प्रयास कर ले, हम पीछे नहीं हटेंगे”

पेशावर में अपने दौरे के दौरान, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गांडापुर सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की और क्षेत्र में बढ़ते उग्रवादी घटनाओं पर गहन चर्चा की। उन्होंने कहा, “दुश्मन चाहे जितना भी कोशिश करें, हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्हें कड़ा जवाब दिया जाएगा। ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि उनकी नुकसान पहुंचाने की क्षमता खत्म हो जाएगी।”

जनरल मुनीर ने आतंकवादी समूह फिटना अल-ख़वारेज के खिलाफ चल रहे अभियान की भी जानकारी दी। पाकिस्तान की सरकार और सेना टीटीपी को “फिटना अल-ख़वारेज” के रूप में संदर्भित करती है, जिसका उद्देश्य इस आतंकवादी समूह को पूरी तरह से समाप्त करना है।

Pakistan Army Chief: पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल मुनिर ने टीटीपी को दी खुली धमकी, कहा- "उन्हें कुचल देंगे"

पाकिस्तान में 2024 में आतंकवाद से भारी नुकसान

पाकिस्तान सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 पाकिस्तान के लिए पिछले 10 वर्षों में सबसे घातक साबित हुआ है। इस वर्ष में पाकिस्तान में 444 आतंकवादी हमले हुए हैं, जिनमें से 685 सुरक्षा कर्मी मारे गए हैं। इसके अतिरिक्त, 2546 लोगों की मौतें हुई हैं और 2267 लोग आतंकवादी हिंसा में घायल हुए हैं। खैबर पख्तूनख्वा में 1616 मौतें हुई हैं, जो पाकिस्तान के किसी अन्य क्षेत्र से ज्यादा हैं। इसके अलावा, बलूचिस्तान में 782 मौतें दर्ज की गई हैं।

खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद की स्थिति

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में आतंकवाद ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है। इस क्षेत्र में आतंकवादी हमलों और टीटीपी के हमलों से सबसे ज्यादा जानमाल का नुकसान हुआ है। खैबर पख्तूनख्वा की सुरक्षा स्थिति में निरंतर गिरावट आई है, जिससे वहां के नागरिकों और सैनिकों के लिए खतरा बढ़ गया है।

आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई

पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ कई महत्वपूर्ण कार्रवाइयां की हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर ने भी इस बात की पुष्टि की है कि सेना इन आतंकवादी समूहों को कुचलने के लिए पूरी तरह से तैयार है और किसी भी परिस्थिति में देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।

जनरल मुनीर का स्पष्ट संदेश

जनरल मुनीर के बयान में पाकिस्तान की सेना की दृढ़ता और संघर्ष की भावना दिखाई दी। उन्होंने कहा, “टीटीपी और अन्य आतंकवादी समूहों को किसी भी सूरत में देश के खिलाफ काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।” उनके शब्दों से यह भी स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की सेना किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है और आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगी।

पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद और टीटीपी के हमलों के बावजूद, पाकिस्तानी सेना की ओर से यह संदेश दिया गया है कि वह देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए किसी भी हद तक जाएगी। जनरल असिम मुनीर का यह बयान न केवल टीटीपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की ओर इशारा करता है, बल्कि यह पाकिस्तान की सुरक्षा नीति में दृढ़ता को भी दर्शाता है। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तानी सेना अपने वादे के अनुसार इन आतंकवादी समूहों को कैसे समाप्त करती है और देश में शांति बनाए रखती है।

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